नई दिल्ली: रेपो रेट में बदलाव नहीं, सस्ते लोन और कम EMI के लिए अभी करना होगा इंतज़ार
New Delhi: No change in repo rate, you will have to wait for cheaper loans and lower EMI
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मौद्रिक नीति की तीसरी द्विमासिक समीक्षा में रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। गवर्नर संजय मल्होत्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने सर्वसम्मति से ब्याज दरों को यथावत बनाए रखने का फैसला किया है।
इस फैसले का सीधा असर होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन की ईएमआई (EMI) पर पड़ेगा। आम लोगों को सस्ती ब्याज दर पर लोन मिलने के लिए अभी और इंतजार करना होगा।
मुख्य बिंदु:
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रेपो रेट स्थिर: RBI ने रेपो रेट को पहले की तरह 6.50% पर बरकरार रखा है।
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ईएमआई में राहत नहीं: लोन धारकों को ईएमआई में कोई कमी नहीं मिलेगी।
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मुद्रास्फीति नियंत्रण: आरबीआई ने यह निर्णय महंगाई को नियंत्रित रखने के उद्देश्य से लिया है।
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आर्थिक स्थिरता: अर्थव्यवस्था को स्थिर बनाए रखने के लिए ब्याज दरों को फिलहाल नहीं घटाया गया।
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रेपो रेट क्या है?
रेपो रेट वह दर होती है जिस पर RBI, बैंकों को शॉर्ट टर्म लोन देता है। यदि रेपो रेट घटती है, तो बैंक भी सस्ते में लोन दे सकते हैं, जिससे आम उपभोक्ता को कम EMI पर लोन मिल सकता है।
क्या उम्मीद की जा सकती है?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अगले कुछ महीनों में मुद्रास्फीति में गिरावट आती है और आर्थिक संकेतक सकारात्मक रहते हैं, तो RBI भविष्य में ब्याज दरों में कटौती पर विचार कर सकता है।