Prayagraj Teacher Vacancy Protest: धरने के आठवें दिन मांग, दावे नहीं नौकरी चाहिए

News Desk (शशांक पान्डेय): प्राथमिक शिक्षक भर्ती मांग को लेकर प्रयागराज में चल रहा अभ्यर्थियों का धरना आठवें दिन भी जारी रहा। नाराज अभ्यर्थियों ने उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के दोनों मुख्य गेटों को बंद कर दिया। इससे आयोग के कर्मचारी कार्यालय के भीतर बंद रहे।
अभ्यर्थी ‘हमें दावे नहीं, नौकरी चाहिए’ और ‘भर्ती प्रक्रिया शुरू करो’ जैसे नारों के साथ प्रदर्शन करते रहे। सूचना मिलने पर सिटी मजिस्ट्रेट और एसीपी मौके पर पहुंचे और छात्रों को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी अपनी मांगों पर अड़े रहे। स्थिति को देखते हुए मौके पर कई थानों की फोर्स बुला ली गई है।
उदय सिंह कर रहे नेतृत्व, कहा- लिखित आदेश तक जारी रहेगा आंदोलन
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे उदय सिंह ने साफ कहा है कि जब तक भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का लिखित आदेश नहीं मिल जाता, आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि आयोग ने प्रक्रिया पर विचार के लिए 15 दिन का समय मांगा था, जिसे छात्रों ने अस्वीकार कर दिया है।
धरने पर प्रशासन की सख्ती, कोचिंग संस्थानों पर दबाव
प्रशासन ने आंदोलन को नियंत्रित करने के लिए कोचिंग संस्थानों पर सख्ती शुरू कर दी है। अग्निशमन विभाग की ओर से कई कोचिंग संचालकों को नोटिस भेजे गए हैं। कोचिंग संचालकों का आरोप है कि प्रशासन छात्रों को आंदोलन में भाग लेने से रोकने के लिए अप्रत्यक्ष दबाव बना रहा है।
विरोध के अनोखे तरीके: रोटी लेकर प्रदर्शन, मुर्गा बनकर घेरा
यह धरना 28 मई से जारी है। 29 मई से इसमें महिला अभ्यर्थियों ने भी समर्थन देना शुरू किया। 2 जून को प्रदर्शनकारियों ने हाथ में सूखी रोटी लेकर प्रदर्शन किया तो वहीं 5 जून को वे मुर्गा बनकर आयोग के कार्यालय के चक्कर लगाते नजर आए।
मुख्य मांग है कि प्राथमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया की तिथि घोषित की जाए और इसे लेकर सरकार की ओर से स्पष्ट और लिखित आदेश जारी किया जाए।
इस पूरी स्थिति के बीच आयोग अब तक कोई ठोस फैसला नहीं ले पाया है। वहीं छात्र लगातार दबाव बना रहे हैं कि अब सिर्फ आश्वासन नहीं, नौकरी का आदेश चाहिए।