मनरेगा मजदूरों का फूटा गुस्सा, सौंपा ज्ञापन, रुके विकास कार्य, एसडीएम ने दिया कार्रवाई का आश्वासन

सेवराई ।
स्थानीय तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत करहिया के सैकड़ों मनरेगा मजदूरों ने गुरुवार को काम न मिलने के विरोध में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अजय सिंह के नेतृत्व में तहसील मुख्यालय पहुंचकर उप जिलाधिकारी लोकेश कुमार सिंह और खंड विकास अधिकारी भदौरा कृष्ण कुमार सिंह को ज्ञापन सौंपा। मजदूरों ने बताया कि उन्हें पिछले एक वर्ष से मनरेगा के तहत कोई कार्य नहीं मिला है, जिससे उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
ग्राम सभा करहिया के देवनाथपुर, अहिरभरनपुर, पिपरौल और महमूदपुर मौजा के मजदूरों ने बताया कि वे साल भर से खाली बैठे हैं और परिवार का भरण-पोषण कर पाना मुश्किल हो गया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही उन्हें काम नहीं दिया गया, तो वे जिलाधिकारी कार्यालय तक प्रदर्शन करेंगे।
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अजय सिंह ने बताया कि जनवरी 2024 से अब तक किसी भी तरह का मनरेगा कार्य नहीं हुआ है। गांव के चकरोड की पैमाइश लेखपाल की लापरवाही के कारण नहीं हो पाई है, जिससे सभी कार्य अटके हुए हैं।
इस संबंध में उपजिलाधिकारी लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि चकरोड की पैमाइश जल्द कराई जाएगी और अतिक्रमण हटाकर मनरेगा मजदूरों से कार्य शुरू कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में गांव का विकास नहीं रुकना चाहिए।
इस मौके पर सनोज कुमार, तारामुनी देवी, माधुरी देवी, मुन्ना, रीता देवी, दुलारी देवी, सावित्री देवी, श्यामलाल, नीतू देवी, प्रभावती देवी, सुनीता देवी, मुन्नी देवी, परमशीला देवी सहित बड़ी संख्या में मनरेगा मजदूर उपस्थित रहे।