दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: बीजेपी से मुख्यमंत्री पद के लिए कौन चुना जाएगा?
दिल्ली में बीजेपी की बड़ी जीत के बाद, अब सबकी नजर नए मुख्यमंत्री पर है। भारत निर्वाचन आयोग ने 8 फरवरी 2025 को दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित किए, जिसमें भाजपा ने 70 में से 48 सीटें जीतकर अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) को सत्ता से बाहर कर दिया। AAP सिर्फ 22 सीटें ही जीत पाई। अब दिल्ली के लोग जानना चाहते हैं कि कौन भाजपा से मुख्यमंत्री बनेगा।

सबसे आगे परवेश वर्मा का नाम है, जो दिवंगत मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं। उन्होंने नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल को हराकर बड़ी जीत दर्ज की है।
अन्य संभावित चेहरे:
• आशीष सूद (जनकपुरी से विजेता, 68,986 वोट) – उनके पास दक्षिण दिल्ली नगर निगम में प्रशासन का अच्छा अनुभव है। वो गोवा के प्रभारी और जम्मू-कश्मीर के सह-प्रभारी भी हैं।
• पवन शर्मा (उत्तम नगर से विजेता, 1,03,613 वोट) – वे असम के सह-प्रभारी हैं और उन्हें भी मुख्यमंत्री पद का मजबूत दावेदार माना जा रहा है।
अन्य वरिष्ठ नेता जो दौड़ में हैं:
• विजेंद्र गुप्ता – रोहिणी से लगातार तीसरी बार जीते हैं, 37,000 वोटों के अंतर से। वे पहले दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं।
• सतीश उपाध्याय – मालवीय नगर से 39,000 वोटों से जीते, और RSS से उनके अच्छे संबंध माने जाते हैं। वे मध्य प्रदेश भाजपा के सह-प्रभारी भी हैं।
महिला उम्मीदवार की भी संभावना:
बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व महिला मुख्यमंत्री बनाने पर भी विचार कर सकता है।
• रेखा गुप्ता – शालीमार बाग से AAP की बंदना कुमारी को 29,000 वोटों से हराया।
• शिखा रॉय – ग्रेटर कैलाश से AAP के सौरभ भारद्वाज को 3,188 वोटों से हराया।
सांसदों के नाम भी चर्चा में: अगर भाजपा ने किसी विधायक के बजाय सांसद को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया, तो इन नामों पर विचार हो सकता है:
• हर्ष मल्होत्रा – पूर्वी दिल्ली के सांसद और केंद्रीय मंत्री।
• मनोज तिवारी – उत्तर-पूर्व दिल्ली के सांसद और पूर्वांचली समुदाय के बड़े नेता।
चुनाव के बाद अटकलें जारी: भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि राजस्थान, हरियाणा, और मध्य प्रदेश के अनुभवों को देखते हुए कुछ भी हो सकता है। उन्होंने कहा, “केंद्रीय नेतृत्व कोई नया चेहरा भी ला सकता है जो जनता की उम्मीदों पर खरा उतरे।”
अंतिम फैसला केंद्रीय नेतृत्व का होगा: दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने साफ किया कि मुख्यमंत्री का चयन भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व करेगा।