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कुशीनगर: एफएलएन प्रशिक्षण का एसआरजी ने किया अनुश्रवण, शिक्षकों को दी उपयोगी सीख

Kushinagar: SRG supervised FLN training, gave useful lessons to teachers

तमकुही, कुशीनगर: निपुण भारत मिशन (NIPUN Bharat Mission) के तहत बीआरसी तमकुही में चल रहे एफएलएन (Foundational Literacy & Numeracy) प्रशिक्षण के चतुर्थ चरण के दूसरे दिन बुधवार को एसआरजी (SRG) कुशीनगर रामप्रकाश पांडेय ने अनुश्रवण किया।

अनुश्रवण के दौरान श्री पांडेय ने कहा कि एनसीईआरटी (NCERT) की नई पाठ्यपुस्तकों—कक्षा 3 की ‘वीणा’, अंग्रेजी की ‘संतूर’, और गणित की ‘मेला’ पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने जोर दिया कि इस 5 दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण से मिले अनुभवों को शिक्षक अपने कक्षा-कक्ष में लागू कर शिक्षा की गुणवत्ता (Quality Education) में सुधार लाएं।

प्रशिक्षण में मुख्य बिंदु

  • एआरपी विनय कुशवाहा ने पठन कौशल विकास (Reading Skill Development) के चरणों पर विस्तार से चर्चा की।

  • एआरपी रवि यादव और एआरपी भुलई यादव ने प्रिंट रिच मैटेरियल, गणित सीखने की पद्धति और कक्षा 1-2 के निपुण लक्ष्य (NIPUN Targets) हासिल करने पर बल दिया।

  • एआरपी हरिकेश शर्मा एवं राजन शर्मा ने टीएलएम (TLM) और शिक्षक संदर्शिका (Teachers’ Handbook) के प्रयोग को प्रभावी बताया।


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मौजूद शिक्षकों की सूची

इस अवसर पर विजय यादव, अनिल सिंह, राजू सिंह, देवेश पांडेय, प्रद्युम्न राय, विभय यादव, रामाश्रय वर्मा, अनिल यादव, पंकज राम, अमिता मल्ल, सूर्यमुखी शर्मा, बृजभूषण शाही, गीता खरवार, सीमा कुशवाहा, सरवरी खातून, अफसाना खातून, कमलेश चौबे और अजय तिवारी सहित कई शिक्षक मौजूद रहे।

एफएलएन प्रशिक्षण के इस अनुश्रवण से स्पष्ट हुआ कि शिक्षक अगर प्रशिक्षण में मिली नई शिक्षण पद्धतियों को अपनाएं, तो बच्चों की सीखने की क्षमता (Learning Outcomes) और शिक्षा की गुणवत्ता (Quality of Education in Primary Classes) में बड़ा सुधार संभव है।

Pragati Gupta

प्रगति गुप्ता दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर कर चुकी हैं। इसके अलावा इन्हें साहित्य में रुचि है और कविताएँ लिखने का भी शौक है। वर्तमान में प्रगति जनस्वराज हिन्दी के संपादक के तौर पर काम कर रहीं हैं।

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