नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जताई नाराज़गी, कहा – “ISS मिशन पर चर्चा के दौरान विपक्ष का हंगामा बेहद दुर्भाग्यपूर्ण”
New Delhi: Defense Minister Rajnath Singh expressed displeasure, said – "Opposition's uproar during the discussion on ISS mission is very unfortunate"
नई दिल्ली: लोकसभा में आज भारतीय अंतरिक्ष इतिहास का एक स्वर्णिम अध्याय लिखा जा रहा था, जब भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन और इसरो (ISRO) मिशन के पायलट शुभांशु शुक्ला की अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) यात्रा और सफल वापसी पर विशेष चर्चा निर्धारित की गई थी। लेकिन इस गौरवपूर्ण क्षण को विपक्षी दलों ने भारी शोर-शराबे और हंगामे से बाधित कर दिया।
इस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गहरी नाराज़गी जाहिर करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (Twitter) पर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा –”आज लोकसभा में भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन और ISRO मिशन के पायलट शुभांशु शुक्ला की अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) यात्रा और उसके बाद की वापसी पर विशेष चर्चा के दौरान जिस तरह से विपक्ष ने सदन में हंगामा किया और सदन को चलने नहीं दिया, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।”
भारत के लिए गौरव का क्षण – शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक यात्रा
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का यह मिशन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और भारतीय वायु सेना (IAF) के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि साबित हुआ है।
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उन्होंने भारतीय ध्वज को अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) तक पहुँचाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया।
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इसरो के सहयोग से यह मिशन न केवल तकनीकी दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि भारत की बढ़ती अंतरिक्ष शक्ति का भी प्रमाण है।
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वापसी के बाद देशभर में उनका भव्य स्वागत किया गया।
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सदन में क्यों हुआ हंगामा?
सूत्रों के अनुसार, विपक्षी दलों ने विभिन्न मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की। लेकिन इस प्रक्रिया में उन्होंने ISS मिशन पर चर्चा को बाधित कर दिया।
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विपक्षी नेताओं ने नारेबाज़ी और वॉकआउट का सहारा लिया।
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नतीजा यह हुआ कि भारत के इस गर्वशाली अंतरिक्ष मिशन पर गंभीर चर्चा अधूरी रह गई।
राजनाथ सिंह की कड़ी टिप्पणी
रक्षा मंत्री ने अपने ट्वीट में साफ कहा कि –
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यह मिशन भारत के लिए गौरव का प्रतीक है।
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विपक्ष को इस पल की गरिमा का सम्मान करना चाहिए था।
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इसरो और भारतीय वायु सेना के वैज्ञानिकों व जवानों की मेहनत का अपमान हुआ है।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की बढ़ती ताकत
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ISS यात्रा ने भारत को उन चुनिंदा देशों की सूची में ला खड़ा किया है, जो स्पेस स्टेशन मिशन में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
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शुभांशु शुक्ला का यह मिशन आने वाले समय में Gaganyaan प्रोजेक्ट और अन्य मानवयुक्त अंतरिक्ष अभियानों के लिए प्रेरणा का कार्य करेगा।
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