12 दिन बाद नेपाल बॉर्डर से मिली सिविल जज की तैयारी कर रही अर्चना तिवारी, कटनी से थी लापता

News Desk (Sanjana): मध्य प्रदेश के कटनी जिले की रहने वाली और इंदौर में सिविल जज की तैयारी कर रही 29 वर्षीय अर्चना तिवारी को लेकर एक रहस्यमय मामला सामने आया था। अर्चना तिवारी 7 अगस्त की सुबह ट्रेन नंबर 18233 नर्मदा एक्सप्रेस से इंदौर से कटनी के लिए रवाना हुई थीं। वह B-3 कोच की ऊपर की सीट पर सफर कर रही थीं, लेकिन रास्ते में ही अचानक लापता हो गईं।
रहस्य बना 12 दिनों तक, पुलिस ने नेपाल बॉर्डर से खोज निकाला
इस मामले ने पूरे इलाके में सस्पेंस और चिंता का माहौल बना दिया था। लगातार 12 दिनों की तलाश के बाद आखिरकार पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। भोपाल GRP के SP राहुल कुमार लोढ़ा ने पुष्टि की है कि अर्चना तिवारी को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में नेपाल बॉर्डर के पास से सुरक्षित बरामद कर लिया गया है।
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जंगलों और CCTV से सुराग ढूंढते रहे अधिकारी
इस लापता केस की GRP रानी कमलावती थाना गंभीरता से जांच कर रहा था। पुलिस ने जंगलों में तलाशी अभियान चलाया, सैकड़ों CCTV फुटेज खंगाले और संभावित ठिकानों की खोजबीन की। SP लोढ़ा ने बताया, “हमने अर्चना की तलाश में कोई कसर नहीं छोड़ी। जंगल-जंगल भटके, तकनीकी टीम लगाई और आज वह प्रयास रंग लाया।”
अब क्या होगा?
पुलिस की टीम अर्चना तिवारी को लेकर भोपाल ला रही है। उनके बयान लिए जाएंगे और उसके आधार पर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि अर्चना किन परिस्थितियों में नेपाल सीमा तक पहुंचीं, क्या यह अपहरण था या खुद से गई थीं, इस पर पुलिस की जांच जारी है।